**वीरों तुम्हें नमन**
उन वीरों को हम याद करें
जो कभी दुश्मन से ना डरे।
वो रक्षा में भारत माँ की
हँसते हँसते फांसी को चढ़े।
वो मौत से लड़कर लहूलुहान
न्यौछावर किये देश पर अपने प्राण।
दुश्मन का क्या खौफ उन्हें
जो सर कफ़न बांधकर चलते हैं।
धन्य है वो मेरे वीर वतन के
जो सर कफ़न बांधकर चलते हैं।
धन्य हैं मेरे वो वीर वतन के
उन्हें हम नित नित शीश झुकाते हैं।
ये एक गज़ल वीरों के नाम
चलो मिलकर सब गणतंत्र आज मनाते हैं।
―'राशि'
बेहद खूबसूरत 👌👌
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