***सैनिक की पहचान***
" देश की रक्षा के जुनून ने
मेरी वफ़ा का सिला तो दिया.!
सुविधाओं ने न सही,
भारत माँ ने अपने -
आगोश में तो लिया..!
तुम कितने स्वार्थी निकले
न तुममे जिंदगी जी सकी
न भारत माता ने गर्व का
टीका ही लगाया..!
यूं ही कब, क्यूँ पैदा हुये और
बिना पहचान के
दुनिया से विदा हो गये..!
मै तो सैनिक की पहचान
बन के जिया..
तुम तो इंसान बन के
न जी पाये..
न किसी की याद बन पाये..!! "
―मोहन लाल भया
No comments:
Post a Comment